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मध्य प्रदेश में जल गंगा संवर्धन अभियान: पानी चौपाल

मध्य प्रदेश में जल गंगा संवर्धन अभियान: पानी चौपाल
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मध्य प्रदेश में जल गंगा संवर्धन अभियान: पानी चौपाल

| पहलू | विवरण | |------------------------------------|-------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------| | कार्यक्रम | मध्य प्रदेश में जल गंगा संवर्धन अभियान | | मुख्य पहल | बागवानी विभाग द्वारा प्रत्येक गाँव में आयोजित पानी चौपाल | | पानी चौपाल का उद्देश्य | किसानों को जल संरक्षण, कम पानी वाली फसलों, बागवानी एकीकरण, और नई बागवानी तकनीकों पर शिक्षित करना। ड्रिप सिंचाई जैसी सरकारी योजनाओं के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा प्रदान करना। | | वित्तीय लक्ष्य | पीएमकेएसवाई के तहत 13,500 किसानों को ₹76.68 करोड़ मूल्य के स्प्रिंकलर और ड्रिप सुविधाएं प्रदान करना। 5,000 हेक्टेयर में फलदार पौधे लगाना। | | अभियान की अवधि | 30 मार्च 2025 से 30 जून 2025 | | अभियान के उद्देश्य | जल संरचनाओं (नदियों, तालाबों, कुओं आदि) का संरक्षण और पुनरुद्धार करना। स्वच्छ भारत मिशन-2.0 के तहत गंदे पानी की नालियों को शुद्ध करना। नागरिकों की भागीदारी को प्रोत्साहित करना, विशेष रूप से महिलाओं की। | | योजना | प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (पीएमकेएसवाई) | | शुरुआत का वर्ष | 2015 | | पीएमकेएसवाई का उद्देश्य | कृषि के लिए पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करना, सिंचित भूमि का विस्तार करना, जल उपयोग दक्षता में सुधार करना, और स्थायी जल संरक्षण को बढ़ावा देना। | | फंडिंग अनुपात | 75:25 (केंद्र-राज्य)। उत्तर-पूर्वी और पहाड़ी राज्यों के लिए, 90:10। |

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