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आईआरडीएआई ने एलआईसी, न्यू इंडिया एश्योरेंस और जीआईसी रे को डी-एसआईआई के रूप में मान्यता दी

आईआरडीएआई ने एलआईसी, न्यू इंडिया एश्योरेंस और जीआईसी रे को डी-एसआईआई के रूप में मान्यता दी
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आईआरडीएआई ने एलआईसी, न्यू इंडिया एश्योरेंस और जीआईसी रे को डी-एसआईआई के रूप में मान्यता दी

| सारांश/स्टैटिक | विवरण | | --- | --- | | खबरों में क्यों? | एलआईसी, न्यू इंडिया एश्योरेंस, जीआईसी रे ने 2024-25 के लिए डी-एसआईआई का दर्जा बरकरार रखा | | 2024-25 के लिए डी-एसआईआई | एलआईसी, न्यू इंडिया एश्योरेंस, जीआईसी रे | | नियामक प्राधिकरण | भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) | | डी-एसआईआई टैग का उद्देश्य | प्रमुख बीमाकर्ताओं की विफलता के कारण वित्तीय अस्थिरता को रोकना | | सख्त पर्यवेक्षण | कठोर जोखिम प्रबंधन और नियामक निगरानी | | नया पुनर्बीमा खिलाड़ी | वैल्युआटिक्स पुनर्बीमा | | प्रमोटर | प्रेम वत्सा (FAL कॉर्पोरेशन) और कमेश गोयल (गो डिजिट) | | प्रारंभिक पूंजी | ₹210 करोड़ | | बीमा सुगम प्रोजेक्ट | बीमा उत्पादों के लिए एक ई-मार्केटप्लेस | | राज्य बीमा योजना | स्थानीय बीमा कवरेज के लिए बहु-स्तरीय शासन मॉडल |

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