भारत का एस-400: एक रणनीतिक वायु रक्षा
| पहलू (Aspect) | विवरण (Details) | |---------------------------|------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------| | घटना (Event) | ऑपरेशन सिंदूर और भारत-पाकिस्तान तनाव भारत की हवाई रक्षा क्षमताओं पर प्रकाश डालते हैं। | | मुख्य प्रणाली (Key System) | S-400 ट्रायम्फ (सुदर्शन चक्र) - लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (SAM) प्रणाली। | | विकासकर्ता (Developer) | अल्माज़ सेंट्रल डिज़ाइन ब्यूरो (रूस)। | | क्षमताएं (Capabilities) | स्टील्थ विमानों, क्रूज़ मिसाइलों, बैलिस्टिक मिसाइलों, ड्रोन और यूएवी को मार गिराने में सक्षम। | | स्क्वाड्रन संरचना (Squadron Composition) | 2 बैटरी (प्रत्येक में 6 लॉन्चर), कमांड-एंड-कंट्रोल यूनिट, रडार, 128 मिसाइलों तक। | | भारत का अधिग्रहण (India's Acquisition) | 2018 में ₹35,000 करोड़ का सौदा, पांच स्क्वाड्रन के लिए। | | तैनाती स्थिति (Deployment Status) | 2025 तक तीन स्क्वाड्रन चालू, 2026 तक दो और अपेक्षित। | | तैनाती स्थान (Deployment Locations) | पश्चिमी सीमा (पाकिस्तान) और उत्तरी क्षेत्र (चीन)। | | ट्रैकिंग और एंगेजमेंट (Tracking & Engagement)| 160 लक्ष्यों को ट्रैक करता है, 72 लक्ष्यों को निशाना बनाता है, 30 किमी की ऊंचाई तक काम करता है। | | एकीकरण (Integration) | AWACS और Netra सिस्टम के साथ काम करता है, लेयर्ड एयर डिफेंस नेटवर्क को बढ़ाता है। | | वैश्विक ऑपरेटर (Global Operators) | रूस, चीन, तुर्की, बेलारूस, अल्जीरिया (अपुष्ट)। | | संघर्ष क्षेत्र में तैनाती (Conflict Zone Deployment) | सीरिया (ख्मेइमिम एयर बेस, लताकिया) में 2015 से। |

