भारत का परमाणु ऊर्जा विस्तार: शून्य उत्सर्जन की ओर
| पहलू | विवरण | |-------------------------------------|-------------------------------------------------------------------------------------------------| | वर्तमान स्थापित क्षमता | 24 रिएक्टर्स के माध्यम से 8,180 MW | | 2031-32 तक अनुमानित क्षमता | 22,480 MW | | 2047 तक अनुमानित क्षमता | लगभग 100,000 MW | | नेट-जीरो उत्सर्जन लक्ष्य | 2070 | | क्षमता वृद्धि (2013-14 से 2023-24) | 4,780 MW से बढ़कर 8,180 MW हुई (70% से अधिक वृद्धि) | | बिजली उत्पादन वृद्धि | 34,228 मिलियन यूनिट (2013-14) से बढ़कर 47,971 मिलियन यूनिट (2023-24) | | निर्माणाधीन रिएक्टर्स | नौ रिएक्टर्स (7,300 MW), जिसमें BHAVINI द्वारा PFBR शामिल है | | प्री-प्रोजेक्ट गतिविधियों में रिएक्टर्स | बारह रिएक्टर्स (8,000 MW), जिसमें BHAVINI द्वारा दो 500 MW ट्विन यूनिट्स के FBR शामिल हैं | | बजट घोषणा (2024) | मॉड्यूलर न्यूक्लियर रिएक्टर्स का विकास और छोटे रिएक्टर्स के लिए निजी क्षेत्र के साथ सहयोग |

