भारत के 700 MWe PHWR ने क्रिटिकैलिटी हासिल की
| विषय | विवरण | |----------------------------------------|-----------------------------------------------------------------------------------------------| | घटना | परमाणु ऊर्जा रिएक्टर ने क्रिटिकैलिटी (सक्रियता) हासिल की | | स्थान | राजस्थान परमाणु ऊर्जा परियोजना, रावतभाटा | | रिएक्टर का प्रकार | प्रेशराइज्ड हैवी वाटर रिएक्टर (PHWR) | | क्षमता | 700 मेगावाट इलेक्ट्रिक (MWe) | | निर्माता | न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NPCIL) | | ईंधन | प्राकृतिक यूरेनियम | | कूलेंट और मॉडरेटर | हैवी वाटर (भारी पानी) | | नियामक अनुमोदन | परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड (AERB) | | रिएक्टर श्रृंखला | 700 MWe के 16 स्वदेशी PHWRs की श्रृंखला में तीसरा | | NPCIL की कार्यप्रणाली | 24 रिएक्टर संचालित करता है, जिनकी कुल क्षमता 8,180 MWe है | | NPCIL की निर्माणाधीन परियोजनाएं | 8 यूनिट, जिनकी कुल क्षमता 6,800 MWe है (RAPP-7 सहित) | | NPCIL की भविष्य की परियोजनाएं | 2031-32 तक 7,000 MWe की कुल क्षमता के साथ 10 और रिएक्टर की उम्मीद | | पूर्व उपलब्धियां | गुजरात के काकरापार परमाणु ऊर्जा स्टेशन (KAPS) पर दो 700 MWe PHWRs ने वाणिज्यिक संचालन शुरू किया |

