ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला बनेंगे ISS पर जाने वाले पहले भारतीय
| मुख्य पहलू | जानकारी | | :--------------------------------------------- | :------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------ | | ऐतिहासिक मील का पत्थर | ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर उड़ान भरने वाले पहले भारतीय बने। | | मिशन | एक्सिओम मिशन 4 (Ax-4), एक्सिओम स्पेस द्वारा आयोजित, स्पेसएक्स के माध्यम से लॉन्च। | | लॉन्च विवरण | निर्धारित लॉन्च: 29 मई, 2025, अपराह्न 1:03 ईडीटी से पहले नहीं। <br> लॉन्च साइट: नासा कैनेडी स्पेस सेंटर, फ्लोरिडा (यूएसए)। <br> अंतरिक्ष यान: स्पेसएक्स ड्रैगन। <br> अवधि: आईएसएस पर 14 दिनों तक। | | क्रू सदस्य | ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला (भारत) - पायलट। <br> पेगी व्हिटसन (यूएसए) - कमांडर, पूर्व नासा अंतरिक्ष यात्री। <br> स्लावोश उज़नानस्की-विस्नीवेस्की (पोलैंड) - यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के अंतरिक्ष यात्री। <br> टिबोर कापु (हंगरी) - पेलोड विशेषज्ञ। | | वैज्ञानिक अनुसंधान | लगभग 60 वैज्ञानिक अध्ययन जो 31 देशों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसमें इसरो द्वारा चयनित 7 भारतीय माइक्रोग्रैविटी प्रयोग शामिल हैं: <br> - माइक्रोएल्गी और सायनोबैक्टीरिया की वृद्धि <br> - अंतरिक्ष में मांसपेशियों का पुनर्जन्म <br> - अंकुरण प्रयोग (जैसे, हरी मूंग/मूंग, मेथी) <br> - टार्डिग्रेड रेज़िलिएंस स्टडीज़ <br> - अंतरिक्ष में मानव-कंप्यूटर संपर्क। <br> शामिल भारतीय संस्थान: राष्ट्रीय अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशालाएं और शीर्ष शैक्षणिक संस्थान। <br> केंद्रित: अंतरिक्ष स्थिरता के लिए भारत-केंद्रित खाद्य अनुसंधान। | | भारत के लिए महत्व | शुभांशु शुक्ला बनेंगे: <br> - आईएसएस पर जाने वाले पहले भारतीय। <br> - राकेश शर्मा (1984) के बाद अंतरिक्ष में पहले भारतीय। <br> - भारत के अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं, जिसमें गगनयान मिशन शामिल है, के साथ संरेखित करता है। <br> - अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष सहयोग में भारत की भूमिका को बढ़ाता है। |

