भारत का पहला जनरेशन बीटा बेबी
| श्रेणी | विवरण | | --- | --- | | समाचार में क्यों? | भारत के पहले जनरेशन बीटा बच्चे, फ्रैंकी रेमरुआटडिका जादेंग का जन्म 1 जनवरी, 2025 को आइजॉल, मिजोरम में हुआ। | | बच्चे का विवरण | - नाम: फ्रैंकी रेमरुआटडिका जादेंग | | | - माता-पिता: रामजिरमावी और जेडी रेमरुआतसांगा | | | - जन्म समय: 1 जनवरी, 2025 को रात 12:03 बजे | | | - वजन: 3.12 किलोग्राम | | | - जन्म स्थान: सिनोड अस्पताल, डुर्तलांग, आइजॉल, मिजोरम | | | - स्वास्थ्य स्थिति: माँ और बच्चा दोनों बिल्कुल स्वस्थ, अस्पताल प्रशासन द्वारा पुष्टि की गई। | | जनरेशन बीटा क्या है? | - ऑस्ट्रेलियाई भविष्यविद् मार्क मैकक्रिंडल द्वारा 2025-2039 के बीच जन्मे बच्चों के लिए गढ़ा गया शब्द। | | | - यह जनरेशन अल्फा (2010-2024) के बाद आने वाला नया पीढ़ीगत समूह है। | | | - यह तकनीकी और सामाजिक परिवर्तनों से चिह्नित एक नए युग का प्रतीक है। | | विशेषताएँ | - तकनीकी दक्षता: उन्नत AI, रोबोटिक्स और डिजिटल टूल्स के साथ बड़े होने वाले। | | | - स्वास्थ्य और चिकित्सा: व्यक्तिगत चिकित्सा और रोग निवारण में प्रगति का लाभ उठाने वाले। | | | - वैज्ञानिक प्रगति: अंतरिक्ष अन्वेषण, स्वच्छ ऊर्जा और रोग उपचार में प्रगति के साक्षी बनने वाले। | | | - अनुकूलनशीलता: तेजी से बदलते परिवेश के कारण उच्च अनुकूलन क्षमता। | | महत्त्व | - AI के लाभ: शिक्षा, कार्य और उन्नत प्रौद्योगिकी के साथ संवाद को पुनर्परिभाषित करने वाले। | | | - पर्यावरणीय जिम्मेदारी: जलवायु परिवर्तन और पारिस्थितिक संरक्षण से निपटने वाले। |

