जोधपुर में भारत का पहला कढ़ाई और सतह अलंकरण प्रदर्शनी
| श्रेणी | विवरण | |----------------------------|-------------------------------------------------------------------------------------------------| | कार्यक्रम | भारत में कढ़ाई और सतह सजावट पर पहली प्रदर्शनी | | स्थान | जोधपुर, राजस्थान | | मुख्य आकर्षण | - 20 से अधिक कलाकारों (भारत और विदेश से) द्वारा 60 कलाकृतियां प्रदर्शित की गईं। | | | - कारीगरी को प्रदर्शित किया गया और कारीगरों के लिए एक मंच प्रदान किया गया। | | | - विभिन्न कढ़ाई शैलियों को प्रदर्शित किया गया: खेटा क्विल्ट्स (बिहार), कंथा (पश्चिम बंगाल), चिकनकारी (लखनऊ), कच्छ (गुजरात)। | | प्रदर्शनी का उद्देश्य | - कढ़ाई को एक गतिशील और व्यक्तिपरक कला रूप के रूप में प्रदर्शित करना, जो केवल कपड़ों तक सीमित नहीं है। | | | - विभिन्न कढ़ाई तकनीकों और उनके समकालीन कपड़ों से संबंध को प्रदर्शित करना। | | जोधपुर के बारे में | - नीला शहर और सूर्य नगरी के रूप में प्रसिद्ध। | | | - राजस्थान का दूसरा सबसे बड़ा शहर, थार रेगिस्तान का प्रवेश द्वार। | | | - राव जोधा द्वारा 1459 में स्थापित, राठौड़ वंश का पूर्व मुख्यालय। | | भौगोलिक स्थान | 26°-27°37 उत्तरी अक्षांश और 72°55-73°52 पूर्वी देशांतर। | | प्रमुख पर्यटन आकर्षण | - मेहरानगढ़ किला, जसवंत थड़ा, उम्मेद भवन पैलेस। |

