LHC योगदान के लिए भारतीय शोधकर्ता पुरस्कृत
| श्रेणी | विवरण | | ---------------------------- | --------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------- | | घटना | 2025 Breakthrough Prize in Fundamental Physics CERN में LHC प्रयोगों में शामिल टीमों को प्रदान किया गया। | | पुरस्कार विवरण | 2012 में तकनीकी नेताओं द्वारा स्थापित; 3 मिलियन डॉलर का पुरस्कार; Fundamental Physics, Life Sciences और Mathematics में उन्नति को मान्यता देता है। | | CERN और LHC | CERN: यूरोपीय नाभिकीय अनुसंधान संगठन। LHC: दुनिया का सबसे शक्तिशाली पार्टिकल एक्सीलरेटर, हिग्स बोसोन, क्वार्क-ग्लूऑन प्लाज्मा और पदार्थ-प्रतिपदार्थ विषमता का अध्ययन। | | भारत की भागीदारी | 1960 के दशक: TIFR के माध्यम से प्रारंभिक भागीदारी। 1991: सहयोग समझौता। 2002: पर्यवेक्षक स्थिति। 2017: सहयोगी सदस्य राज्य। | | प्रमुख प्रयोग | ALICE: क्वार्क-ग्लूऑन प्लाज्मा का अध्ययन; भारतीय योगदान में फोटॉन मल्टीप्लिसिटी डिटेक्टर (PMD) शामिल है। CMS: हिग्स बोसोन, टॉप-क्वार्क पर फोकस; योगदान में ट्रिगर सिस्टम और सिलिकॉन प्रीशोवर डिटेक्टर शामिल हैं। | | तकनीकी योगदान | BARC और RRCAT ने सुपरकंडक्टिंग मैग्नेट, क्रायोजेनिक्स, बीम इंस्ट्रूमेंटेशन विकसित किए।WLCG: TIFR, VECC (17,400 कोर, 12 PB स्टोरेज) में टीयर-2 केंद्र। | | प्रशिक्षण और अनुसंधान | ALICE और CMS डेटा से 110+ PhD थीसिस, 130+ पेपर। वैज्ञानिक कंप्यूटिंग, इंस्ट्रूमेंटेशन और वैश्विक सहयोग के लिए एक्सपोजर। | | भविष्य के योगदान | ALICE: फॉरवर्ड कैलोरीमीटर (FoCal)। CMS: फेज-2 अपग्रेड (आउटर ट्रैकर, GEM, HGCAL, ट्रिगर सिस्टम)। |

