भारतीय नौसेना ने स्वदेशी समुद्री इंजीनियरिंग को बढ़ावा देने के लिए BEML के साथ MoU पर हस्ताक्षर किए
| पहलू | विवरण | |----------------------------|---------------------------------------------------------------------------------------------------| | घटना | भारतीय नौसेना और बीईएमएल लिमिटेड के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर। | | तिथि | 20 अगस्त, 2024 | | स्थान | नौसेना मुख्यालय, नई दिल्ली | | संबंधित पक्ष | रियर एडमिरल के. श्रीनिवास, एसीओएम(डी&आर), भारतीय नौसेना, और श्री अजीत कुमार श्रीवास्तव, निदेशक (रक्षा), बीईएमएल। | | उद्देश्य | रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता बढ़ाना, विदेशी ओईएम पर निर्भरता कम करना और स्वदेशी समुद्री इंजीनियरिंग क्षमताओं को मजबूत करना। | | ध्यान केंद्रित क्षेत्र | महत्वपूर्ण समुद्री उपकरण और प्रणालियों का स्वदेशी डिजाइन, विकास, निर्माण, परीक्षण और उत्पाद समर्थन। | | प्रमुख पहल | भारत सरकार के आत्मनिर्भर भारत पहल के अनुरूप। | | अनुमानित प्रभाव | भारतीय नौसेना की परिचालन क्षमताओं में वृद्धि, वर्तमान और भविष्य की नौसैनिक परियोजनाओं को अत्याधुनिक, स्वदेशी प्रौद्योगिकी से लैस करना। | | दीर्घकालिक दृष्टिकोण | दीर्घकालिक रक्षा बुनियादी ढांचे को मजबूत करना और भारत की समुद्री संपत्ति के लिए टिकाऊ और विश्वसनीय समाधान सुनिश्चित करना। |

