Banner
WorkflowNavbar

जलवाहक योजना: भारत सरकार ने जलमार्गों से कार्गो परिवहन को बढ़ावा दिया

जलवाहक योजना: भारत सरकार ने जलमार्गों से कार्गो परिवहन को बढ़ावा दिया
Contact Counsellor

जलवाहक योजना: भारत सरकार ने जलमार्गों से कार्गो परिवहन को बढ़ावा दिया

| पहलू | विवरण | |-----------------------------|-----------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------| | योजना का नाम | जलवाहक प्रोत्साहन योजना | | शुभारंभ किया गया | केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल द्वारा | | उद्देश्य | राष्ट्रीय जलमार्गों के माध्यम से दूरस्थ माल परिवहन को प्रोत्साहित करना, सड़क और रेल नेटवर्क को विस्तारित करना, और टिकाऊ परिवहन को बढ़ावा देना। | | शामिल जलमार्ग | राष्ट्रीय जलमार्ग 1 (गंगा), 2 (ब्रह्मपुत्र), और 16 (बराक) | | प्रोत्साहन | 300 किमी से अधिक माल परिवहन पर परिचालन लागत का 35% तक प्रतिपूर्ति | | शुरुआत | कोलकाता से निर्धारित-अनुसूची सेवाओं का शुभारंभ, कोलकाता, पटना, वाराणसी और गुवाहाटी के बीच संचालित | | भविष्य के लक्ष्य | 2030 तक कार्गो आवाजाही को 200 मिलियन टन और 2047 तक 500 मिलियन टन तक बढ़ाना | | निवेश | 2027 तक ₹95.4 करोड़ की योजना | | कार्गो वृद्धि | 2013-14 में 18.07 मिलियन टन से 2023-24 में 132.89 मिलियन टन तक 700% की वृद्धि | | प्रतिपूर्ति सीमा | प्रति कार्गो मालिक के लिए ₹10 लाख तक | | निगरानी प्राधिकरण | भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (IWAI) | | लॉजिस्टिक लागत लक्ष्य| 2030 तक GDP के 13% से 9% तक लॉजिस्टिक लागत को कम करना |

Categories