लद्दाख में भारतीय सेना का 'पर्वत प्रहार' अभ्यास
| पहलू | विवरण | |---------------------------|-----------------------------------------------------------------------------------------------| | कार्यक्रम | भारतीय सेना ने लद्दाख में पर्वत प्रहार सैन्य अभ्यास आयोजित किया। | | फोकस | पर्वतीय और दुर्गम इलाकों जैसे पूर्वी लद्दाख में उच्च-ऊंचाई वाले युद्ध और अभियान। | | अवधि | दो सप्ताह से अधिक। | | प्रतिभागी | पैदल सेना, आर्मर्ड, आर्टिलरी, सपोर्ट यूनिट्स और उत्तरी कमांड की माउंटेन स्ट्राइक कोर। | | उपकरण | टैंक, के-9 वज्र आर्टिलरी गन, वायु रक्षा प्रणाली, यूएवी और एविएशन संपत्ति। | | रणनीतिक महत्व | वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) और भारत-चीन सीमा के निकटता। | | संदर्भ | 2020 के गलवान संघर्ष के बाद से चार साल से अधिक समय से चीन के साथ जारी सैन्य गतिरोध। | | भारतीय तैनाती | इस क्षेत्र में 500 से अधिक टैंक, आर्मर्ड फाइटिंग व्हीकल्स और 50,000+ सैनिक। | | हालिया घटनाक्रम | भारत और चीन ने परामर्श और समन्वय के लिए कार्यकारी तंत्र (डब्ल्यूएमसीसी) की बैठक को समाप्त किया।|

