भारत ने पेट्रोलियम कच्चे तेल पर अतिरिक्त कर कम किया
| पहलू | विवरण | |--------------------------------|-----------------------------------------------------------------------------------------------| | विंडफॉल टैक्स में कटौती | पेट्रोलियम क्रूड ऑयल पर विंडफॉल टैक्स को 2,100 रुपये प्रति मीट्रिक टन कर दिया गया है, जो 17 अगस्त से प्रभावी है। यह पहले 4,600 रुपये प्रति टन था। | | पिछली कटौती | 31 जुलाई को, विंडफॉल टैक्स को 34.2 प्रतिशत घटाकर 4,600 रुपये प्रति टन कर दिया गया था। | | डीजल और एटीएफ पर टैक्स | डीजल और एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) के निर्यात पर विंडफॉल टैक्स को हटा दिया गया है। | | विंडफॉल टैक्स की शुरुआत | जुलाई 2022 में निजी रिफाइनरों के अंतरराष्ट्रीय ईंधन बिक्री को प्राथमिकता देने के मुद्दे को हल करने के लिए विंडफॉल टैक्स लागू किया गया था। | | टैक्स संशोधन की आवृत्ति | अंतरराष्ट्रीय क्रूड और उत्पाद की कीमतों में उतार-चढ़ाव के आधार पर हर दो सप्ताह में संशोधित किया जाता है। | | वैश्विक क्रूड ऑयल कीमतें | शुक्रवार को तेल की कीमतों में लगभग 2 प्रतिशत की गिरावट आई। | | ब्रेंट क्रूड | 1.06 डॉलर (1.3 प्रतिशत) गिरकर 79.98 डॉलर प्रति बैरल हो गया। | | यूएस डब्ल्यूटीआई क्रूड | 1.22 डॉलर (1.6 प्रतिशत) गिरकर 76.94 डॉलर प्रति बैरल हो गया। | | पिछले सप्ताह का समापन | ब्रेंट: 79.66 डॉलर, डब्ल्यूटीआई: 76.84 डॉलर। | | तेल कीमतों को प्रभावित करने वाले कारक | चीन की आर्थिक मंदी: नए घरों की कीमतों में नौ साल में सबसे तेज गिरावट आई, औद्योगिक उत्पादन कम हुआ, और बेरोजगारी बढ़ी, जिससे मांग कम हुई। चीन में रिफाइनरियों ने कमजोर ईंधन मांग के कारण क्रूड प्रोसेसिंग दरें घटा दीं। |

