भारत-नामीबिया संबंध: (जुलाई 2025)
I. ऐतिहासिक संदर्भ
- वि-उपनिवेशीकरण समर्थन:
- भारत ने 1946 में संयुक्त राष्ट्र में नामीबिया की स्वतंत्रता का समर्थन किया (कुछ पहले देशों में से).
- यह भारत की उपनिवेशवाद विरोधी विरासत और ग्लोबल साउथ एकजुटता का प्रतीक है।
II. प्रमुख समझौते और पहल
| क्षेत्र | समझौता/पहल | महत्व | |---|---|---|
| डिजिटल तकनीक | यूपीआई को अपनाना (एनपीसीआई-बैंक ऑफ नामीबिया समझौता ज्ञापन) | यूपीआई को अपनाने वाला पहला अफ्रीकी राष्ट्र; भारत की डिजिटल कूटनीति को बढ़ावा देता है। | | बहुपक्षीय | नामीबिया आपदा प्रतिरोधी अवसंरचना गठबंधन (CDRI) में शामिल हुआ | अफ्रीका में जलवायु-लचीले बुनियादी ढांचे का विस्तार। | | हरित ऊर्जा | ग्लोबल बायोफ्यूल एलायंस में शामिल हुआ | सतत ऊर्जा में भारत के नेतृत्व को मजबूत करता है। | | विकास | उद्यमिता विकास केंद्र | नामीबिया में कौशल विकास और एसएमई का समर्थन करता है। | | स्वास्थ्य | चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवा में सहयोग | भारत की "वैक्सीन मैत्री" विरासत को आगे बढ़ाता है। |
III. रणनीतिक महत्व
- अफ्रीका नीति:
- "सहयोगात्मक विकास": अफ्रीका के नेतृत्व वाला मूल्य निर्माण (निकर्षण मॉडल के विपरीत)।
- फोकस: सतत विकास, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, क्षमता निर्माण।
- प्रतीकात्मक इशारा:
- पीएम को "ऑर्डर ऑफ वेल्वित्सचिया मिराबिलिस" (सर्वोच्च नागरिक सम्मान) से सम्मानित किया गया।
प्रारंभिक परीक्षा ट्रिगर:
- वेल्वित्सचिया मिराबिलिस: नामीबिया का राष्ट्रीय पौधा (1,000+ वर्ष जीवित रहता है) → सहनशीलता का प्रतीक।
- CDRI मुख्यालय: नई दिल्ली।

