| मुख्य पहलू | विवरण | |------------------------------------------|----------------------------------------------------------------------------------| | समझौता किनके बीच | भारत और यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (EFTA): स्विट्जरलैंड, नॉर्वे, आइसलैंड, लिकटेंस्टीन | | टेपा (TEPA) पर हस्ताक्षर कब हुए | 10 मार्च 2024 | | लागू कब से होगा | 1 अक्टूबर 2025 | | निवेश प्रतिबद्धता | 15 वर्षों में USD 100 बिलियन | | रोजगार सृजन | भारत में दस लाख प्रत्यक्ष नौकरियों का सृजन होने की उम्मीद | | शुल्क में कटौती | EFTA: भारतीय निर्यात का 99.6% शुल्क-मुक्त; भारत: EFTA निर्यात का 95.3% चरणबद्ध/कम शुल्क | | बहिष्कृत क्षेत्र | घरेलू हितों की रक्षा के लिए सोना, डेयरी और कोयला बाहर रखा गया है | | सेवा क्षेत्र पहुंच | आईटी, अकाउंटेंसी, नर्सिंग, शिक्षा आदि में भारतीय सेवा प्रदाताओं के लिए बेहतर पहुंच, और मोड 4 गतिशीलता | | पारस्परिक मान्यता समझौते (MRAs) | भारतीय पेशेवरों के लिए आसान प्रवेश के लिए योग्यताओं के लिए प्रोत्साहित किया गया | | उत्पत्ति के नियम | सुचारू व्यापार सुविधा सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत प्रावधान | | रणनीतिक अवसर | फार्मा, स्वच्छ ऊर्जा, सटीक इंजीनियरिंग, जहाज निर्माण, AI, शिक्षा, पर्यटन में सहयोग | | कार्यान्वयन रणनीति | क्षेत्र-विशिष्ट रोडमैप, MSME आउटरीच, क्षमता निर्माण, लॉजिस्टिक्स सुधार, संयुक्त निगरानी | | लाभ | FDI को बढ़ावा, नौकरी सृजन, निर्यात में विविधता, भारत की भू-आर्थिक उपस्थिति को बढ़ाता है, उच्च-स्तरीय वस्तुओं तक पहुंच में सुधार करता है | | बातचीत की समय-सीमा | 2008 में शुरू, 21 दौरों के बाद संपन्न |

