भारत का उन्नत आकाशतीर वायु रक्षा प्रणाली
| वर्ग | विवरण | |-----------------------------------|----------------------------------------------------------------------------------------| | घटना | आकाशतीर वायु रक्षा प्रणाली का अनावरण | | द्वारा विकसित | भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) | | उद्देश्य | भारत को दुश्मन के ड्रोन, मिसाइलों और विमानों से बचाना | | मुख्य विशेषताएं | - एआई के साथ पूरी तरह से स्वचालित | | | - कई सेंसरों के साथ काम करता है (जैसे, कार्टोसैट, RISAT) | | | - वास्तविक समय में कमांड और कंट्रोल (C4ISR नेटवर्क का हिस्सा) | | | - मोबाइल और लचीला (वाहनों पर स्थापित) | | | - त्वरित निर्णय लेने की क्षमता (फील्ड कमांडर स्वतंत्र रूप से कार्रवाई कर सकते हैं) | | | - सुरक्षित और एन्क्रिप्टेड संचार | | महत्व | - स्वदेशी और आत्मनिर्भर (आत्मनिर्भर भारत मिशन का हिस्सा) | | | - आकाश मिसाइल और एस-400 जैसी प्रणालियों के साथ बहु-स्तरीय सुरक्षा | | | - स्मार्ट और सक्रिय रक्षा | | वास्तविक दुनिया में प्रयोग | ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मिसाइल और ड्रोन हमलों का सफलतापूर्वक मुकाबला किया | | भविष्य का एकीकरण | तेजस लड़ाकू विमानों, अर्जुन टैंकों और ATAGS तोपखाने के साथ काम करता है | | भारत का रक्षा लक्ष्य | लक्ष्य 2029 तक 3 लाख करोड़ रुपये के रक्षा उत्पादों का उत्पादन करना | | ऑपरेशन सिंदूर | सीमा पार आतंकवाद और हाइब्रिड युद्ध का मुकाबला करने का लक्ष्य |

