मिजोरम में भारत का 500वां सामुदायिक रेडियो स्टेशन शुरू
| पहलू | विवरण | |------------------------------------|-------------------------------------------------------------------------------------------------| | कार्यक्रम | भारत के 500वें समुदाय रेडियो स्टेशन, अपना रेडियो 90.0 एफएम का उद्घाटन | | स्थान | भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी), आइजोल, मिजोरम | | उद्घाटन किया | केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री, अश्विनी वैष्णव | | उपस्थिति | केंद्रीय राज्य मंत्री (सूचना और प्रसारण), एल. मुरुगन; मिजोरम के मुख्यमंत्री लालदुहोमा | | अपना रेडियो का महत्व | मिजोरम की कृषि समुदाय को मौसम, सरकारी और कृषि अपडेट्स से लाभान्वित करने का लक्ष्य | | बजट आवंटन | 2024 के बजट में पूर्वोत्तर रेलवे बुनियादी ढांचे के लिए रिकॉर्ड आवंटन | | समुदाय रेडियो की भूमिका | गैर-वाणिज्यिक, आपदा संचार और अंतिम छोर तक सूचना पहुंचाना | | भविष्य की संभावनाएं | संचार को आगे बढ़ाना और मिजोरम के कृषि क्षेत्र का समर्थन करना | | 10वां राष्ट्रीय समुदाय रेडियो पुरस्कार | | | थीमैटिक पुरस्कार | प्रथम: रेडियो मयूर, बिहार; द्वितीय: रेडियो कोच्चि, केरल; तृतीय: हैलो दून, उत्तराखंड | | नवोन्मेषी समुदाय जुड़ाव पुरस्कार | प्रथम: येरलवानी संगली, महाराष्ट्र; द्वितीय: वायलागा वाणोली, तमिलनाडु; तृतीय: सलाम नमस्ते नोएडा | | स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा देना पुरस्कार | प्रथम: रेडियो ब्रह्मपुत्र, असम; द्वितीय: रेडियो कोटागिरी, तमिलनाडु; तृतीय: रेडियो एक्टिव, बिहार | | सस्टेनेबिलिटी मॉडल पुरस्कार | प्रथम: रेडियो बेनजिगर, केरल; द्वितीय: रेडियो नमस्कार, ओडिशा; तृतीय: रेडियो अंतर्वाणी, कर्नाटक | | पुरस्कार विवरण | 2011-12 में स्थापित; पुरस्कार: पहला 1 लाख रुपये, दूसरा 75,000 रुपये, तीसरा 50,000 रुपये |

