भारत के महत्वपूर्ण पावर ढांचे की सुरक्षा के लिए CSIRT-Power का उद्घाटन
| पहलू | विवरण | |-----------------------------|---------------------------------------------------------------------------------------------------| | कार्यक्रम | केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल द्वारा CSIRT-पावर का उद्घाटन | | स्थान | उत्तरी क्षेत्रीय विद्युत समिति, नई दिल्ली | | उद्देश्य | - विद्युत क्षेत्र में साइबर सुरक्षा घटनाओं का जवाब देना और रोकथाम करना | | | - साइबर खतरों के लिए त्वरित और समन्वित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना | | | - विद्युत क्षेत्र-विशिष्ट साइबर खतरों की जानकारी एकत्र करना, विश्लेषण करना और साझा करना | | | - साइबर सुरक्षा में सुधार के लिए सक्रिय उपायों को लागू करना | | | - सर्वोत्तम प्रथाओं, SOPs और सुरक्षा नीतियों को बढ़ावा देना | | | - उपयोगिताओं को साइबर सुरक्षा विशेषज्ञता और सहायता प्रदान करना | | | - क्षमता निर्माण और सहयोग के माध्यम से साइबर सुरक्षा को बढ़ाना | | मंत्री के संदर्भ | - CSIRT-पावर राष्ट्रीय विद्युत अवसंरचना की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है | | | - साइबर हमले एक बढ़ती हुई चिंता हैं जिनके दूरगामी परिणाम हो सकते हैं | | | - विद्युत क्षेत्र साइबर हमलों का प्रमुख निशाना है | | CSIRT क्या है? | - साइबर सुरक्षा आपात स्थितियों का प्रबंधन करने वाले IT पेशेवरों का समूह | | | - लक्ष्य क्षति को कम करने के लिए तेजी और कुशलता से प्रतिक्रिया देना | | इनकी आवश्यकता क्यों है? | - विद्युत क्षेत्र में डिजिटल परिवर्तन हो रहा है, जिससे संवेदनशीलता बढ़ रही है | | | - मौजूदा CERTs के पास कानूनी अधिदेश, संसाधन और कुशल कर्मचारी का अभाव है | | | - CSIRT-पावर इन अंतरालों को दूर करने का लक्ष्य रखता है |

