सरकार ने विदेशियों के लिए अंग प्रत्यारोपण की निगरानी के लिए तंत्र तैयार किया
- केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने विदेश मंत्रालय से अंगों की अवैध खरीद-फरोख्त पर रोक लगाने के लिए विदेशियों में अंगों के प्रत्यारोपण की निगरानी के लिए एक नोडल व्यक्ति नियुक्त करने का आग्रह किया है।
चिंताएँ
- दाताओं और प्राप्तकर्ताओं के बीच संबंध स्थापित करने वाले दस्तावेजों की प्रामाणिकता के संबंध में हाल की चिंताओं ने इस कार्रवाई को प्रेरित किया है।
- मीडिया रिपोर्टों में दस्तावेज़ीकरण में अनियमितताओं पर प्रकाश डाला गया, जिसमें म्यांमार दूतावास द्वारा सादे कागज पर 'फॉर्म 21' प्रमाणपत्र जारी करना भी शामिल है।
- पहचान पत्र और निवास प्रमाण सहित ऐसे दस्तावेजों की सत्यता पर सवाल उठाए गए हैं, जो संभावित अवैधता का संकेत देते हैं।
फॉर्म 21 का महत्व
- अंग प्रत्यारोपण के लिए प्राधिकरण प्रक्रिया में फॉर्म 21 एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- यह दाताओं और प्राप्तकर्ताओं के बीच वास्तविक संबंध के प्रमाण के रूप में कार्य करता है।
- इसमें नाम, पता, फोटोग्राफ आदि आवश्यक विवरण शामिल हैं।
- इसके लिए रिश्ते की प्रामाणिकता के दूतावास प्रमाणीकरण की भी आवश्यकता होती है।
भविष्य के उपाय और निहितार्थ
- अधिकारी वर्तमान में विदेशी नागरिकों से जुड़े प्रत्यारोपण मामलों की निगरानी के लिए तंत्र को अंतिम रूप दे रहे हैं।
- नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करने और अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए एक नोडल व्यक्ति ऐसे सभी मामलों की निगरानी कर सकता है।
प्रीलिम्स टेकअवे
- राष्ट्रीय अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (NOTTO)
- मानव अंग प्रत्यारोपण अधिनियम, 1994

