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सरकार ने कच्चे जूट का एमएसपी बढ़ाया और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन को बढ़ाया

सरकार ने कच्चे जूट का एमएसपी बढ़ाया और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन को बढ़ाया
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सरकार ने कच्चे जूट का एमएसपी बढ़ाया और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन को बढ़ाया

| पहलू | विवरण | | --- | --- | | चर्चा में क्यों? | केंद्र ने कच्चे जूट के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि को मंजूरी दी है और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) को आगे बढ़ाया है। | | कच्चे जूट का MSP बढ़ा | केंद्रीय मंत्रिमंडल ने कच्चे जूट का MSP ₹315 बढ़ाकर इसे 2025-26 विपणन सत्र के लिए ₹5,650 प्रति क्विंटल कर दिया है। | | MSP की वृद्धि (2014-15 से 2025-26) | 2014-15 से अब तक, कच्चे जूट का MSP 2.35 गुना बढ़ गया है, जो जूट किसानों को सरकारी समर्थन को दर्शाता है। | | 2024-25 के MSP से तुलना | 2025-26 के लिए MSP में की गई वृद्धि, 2024-25 में ₹285 की वृद्धि को पार कर गई है, जब यह ₹5,335 प्रति क्विंटल हो गया था। इस नई वृद्धि का उद्देश्य जूट उत्पादन को प्रोत्साहित करना है। | | राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) को बढ़ाया गया | केंद्रीय मंत्रिमंडल ने NHM को अगले पांच वर्षों के लिए जारी रखने की मंजूरी दी है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को और मजबूत करेगा। | | NHM की उपलब्धियां | NHM ने 2021-2022 के दौरान 1.2 मिलियन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को जोड़ा और देश की Covid-19 प्रतिक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। |

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