ग्लोबल पल्स कन्वेंशन का आयोजन दिल्ली में किया जाएगा
- फरवरी में यहां आयोजित होने वाले ग्लोबल पल्स कन्वेंशन में सरकारों के साथ-साथ वाणिज्यिक और गैर-लाभकारी संगठनों के लगभग 800 प्रतिनिधि शामिल होंगे।
- इसका आयोजन नेशनल एग्रीकल्चरल को ऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NAFED) और ग्लोबल पल्स कन्फेडरेशन (GPC) द्वारा संयुक्त रूप से किया गया था।
मुख्य बिंदु
- सम्मेलन में क्षेत्र के विशेषज्ञ विभिन्न हितधारकों और नीति निर्माताओं के साथ अपने विचार और अनुभव साझा करेंगे।
- केंद्रीय उपभोक्ता मामलों ने कहा कि भारत में दालों का उत्पादन बढ़ा है और सरकार वैश्विक स्तर पर प्रणालीयों को सीखने और साझा करने के लिए उत्सुक है।
- घरेलू किसानों और उपभोक्ताओं के हितों के बीच संतुलन बनाए रखना एक मुश्किल काम है।
- जब भारत में खाद्य सुरक्षा और पोषण की बात आती है तो दालें स्थायी खाद्य प्रणालियों और प्रमुख प्रतियोगियों के विकास में महत्वपूर्ण हैं।
सुपरफ़ूड
- भारत दुनिया भर में दालों का सबसे बड़ा उत्पादक और उपभोक्ता है अत: GPC वैश्विक उद्योग को भारत में ला रहा है।
- यह सम्मेलन 18 साल बाद भारत में हो रहा है।
- दालें ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कमी लाने में योगदान करती हैं।
- दालें उत्पादन में विविधता लाने में मदद करती हैं, क्योंकि इन्हें कम पानी के साथ शुष्क परिस्थितियों में भी उगाया जा सकता है।
- यह एक तरह से सुपरफूड है, क्योंकि यह पौष्टिक और स्वास्थ्यवर्धक है।
- यह मिट्टी को नाइट्रोजन प्रदान करता है।
प्रीलिम्स टेकअवे
- नेफेड(NAFED)
- ग्लोबल पल्स कन्फेडरेशन

