फ्लेमिंगो फेस्टिवल 2025: आंध्र प्रदेश में संरक्षण का आह्वान
| पहलू | विवरण | |-------------------------------|---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------| | आयोजन | फ्लेमिंगो फेस्टिवल 2025 18 से 20 जनवरी, 2025 तक आंध्र प्रदेश में आयोजित किया गया। | | मुख्य उद्देश्य | पुलिकट झील और नेलापट्टू पक्षी अभयारण्य में जैव विविधता और पर्यावरणीय चुनौतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाना, संरक्षण और सतत पर्यटन पर जोर देना। | | मुख्य स्थान | पुलिकट झील (भारत की सबसे बड़ी खारे पानी की झीलों में से एक) और नेलापट्टू पक्षी अभयारण्य (पक्षियों की प्रजातियों का आश्रय)। | | मुख्य भागीदार | समापन समारोह में मंत्री अनम रमनारायण रेड्डी और अनगानी सत्य प्रसाद ने भाग लिया और मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू को फेस्टिवल को पुनर्जीवित करने के लिए धन्यवाद दिया। | | पर्यटक संलग्नता | आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पूरे भारत से पक्षी प्रेमियों, फोटोग्राफरों और पर्यटकों को आकर्षित किया। गतिविधियों में प्रकृति ट्रेल, पक्षी देखना और फोटोग्राफी सत्र शामिल थे। | | पर्यावरणीय फोकस | पुलिकट झील में जल प्रदूषण और अतिक्रमण जैसी चुनौतियों पर प्रकाश डाला, संरक्षण और सतत पर्यटन प्रथाओं की आवश्यकता पर जोर दिया। | | सरकारी प्रयास | फेस्टिवल को फंडिंग और लॉजिस्टिक सपोर्ट के साथ पुनर्जीवित किया। पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने और पर्यावरण के अनुकूल प्रथाओं को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया। | | भविष्य की योजनाएं | फ्लेमिंगो फेस्टिवल को एक आवर्ती आयोजन बनाने की योजना है, जिसमें संरक्षण शिक्षा और पर्यावरण के अनुकूल पर्यटन पर और अधिक जोर दिया जाएगा। |

