धुंदमारस गांव यूएन कार्यक्रम के लिए चयनित
| पहलू | विवरण | |--------------------------|-----------------------------------------------------------------------------| | गाँव का नाम | धूडमरास | | स्थान | बस्तर जिला, छत्तीसगढ़, भारत | | कार्यक्रम | सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गाँव उन्नयन कार्यक्रम (BTVUP) | | पहल | संयुक्त राष्ट्र ग्रामीण विकास कार्यक्रम के लिए पर्यटन (UNTRDP) | | संगठन | संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (UNWTO) | | मुख्य विशेषताएं | - कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान (KVNP) में स्थित, जिसकी स्थापना 1982 में हुई थी | | | - घने जंगलों, कांगेर नदी और समृद्ध जैव विविधता से घिरा हुआ है | | | - धुर्वा जनजाति (गोंड जनजाति का हिस्सा) का घर, जो पारजी (गोंड बोली) बोलते हैं | | | - स्टैलाग्माइट और स्टैलेक्टाइट्स से भरी गुफाएँ (कुटुम्बसर, कैलाश, दंडक) | | | - साल, सागौन और बांस के जंगलों से घिरा हुआ | | मान्यता | BTVUP के तहत पर्यटन और सतत विकास के लिए चुना गया | | मूल्यांकन मापदंड | नौ मुख्य क्षेत्र: सांस्कृतिक/प्राकृतिक संसाधन, आर्थिक/सामाजिक स्थिरता, पर्यटन विकास, बुनियादी ढांचा, आदि | | UNWTO | - 1975 में स्थापित, मैड्रिड, स्पेन में मुख्यालय | | | - 159 सदस्य देश, भारत सहित | | | - 2030 सतत विकास एजेंडा और SDG लक्ष्य 8.9 के साथ संरेखित | | कार्यक्रम के लक्ष्य | पर्यटन के माध्यम से ग्रामीण विकास, समावेश और स्थिरता को बढ़ावा देना |

