चीनी विद्वानों का विश्वभारती दौरा
| मुख्य पहलू | विवरण | |------------------------------------|-----------------------------------------------------------------------------| | आयोजन | चीनी विद्वान 1 अप्रैल 2025 को विश्वभारती विश्वविद्यालय का दौरा करेंगे।| | उद्देश्य | भारत-चीन राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ और रबींद्रनाथ टैगोर पर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी। | | आयोजक संस्था | चीनी भवन, विश्वभारती विश्वविद्यालय, शांतिनिकेतन। | | चीनी प्रतिनिधिमंडल | चीन के लगभग 20 विद्वान और विशेषज्ञ। | | संगठनकर्ता निकाय | चीनी वाणिज्य दूतावास, कोलकाता और चीना भवन, विश्वभारती विश्वविद्यालय। | | ऐतिहासिक महत्व | 1924 में टैगोर की चीन यात्रा की शताब्दी और भारत-चीन राजनयिक संबंधों के 75 वर्ष। | | पूर्व पहल | 2024 में भारतीय विद्वानों ने चीन में "टैगोर के पदचिन्हों को फिर से खोजना" यात्रा की और विश्वभारती में टैगोर की चीन यात्रा की फोटो प्रदर्शनी आयोजित की। | | चीना भवन | दक्षिण एशिया का सबसे पुराना चीनी अध्ययन विभाग, अप्रैल 1937 में स्थापित, रबींद्रनाथ टैगोर और प्रोफेसर तान यून-शान द्वारा। | | सांस्कृतिक आदान-प्रदान की झलक | 1938 में चीन के लिए भारतीय मेडिकल मिशन, डॉ. द्वारकानाथ कोटनीस के नेतृत्व में, और पश्चिम बंगाल में डॉ. द्वारकानाथ कोटनीस स्मारक समिति की पहल। |

