छत्तीसगढ़ में एनईपी 2020 के तहत स्थानीय भाषाओं को बढ़ावा
| पहलू | विवरण | |---------------------------------|-----------------------------------------------------------------------------| | घटना | छत्तीसगढ़ स्कूलों में स्थानीय भाषाओं को बढ़ावा देता है | | तिथि | हाल ही में | | प्रमुख निर्णय | प्राथमिक शिक्षा पाठ्यक्रम में स्थानीय भाषाओं और बोलियों को शामिल करना | | उद्देश्य | समावेशी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करना, एनईपी 2020 को आदिवासी क्षेत्रों में लागू करना | | मुख्यमंत्री | विष्णु देव साई | | भाषा पर ध्यान | 18 स्थानीय भाषाओं और बोलियों में द्विभाषी पुस्तकें विकसित और वितरित करना | | विशेष जोर | व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास कार्यक्रम | | स्थानीय बोली उदाहरण | जशपुर जिले में सादी भाषा | | एनईपी 2020 तीन-भाषा फॉर्मूला | तीन भाषाएं: दो भारतीय मूल की भाषाएं, एक क्षेत्रीय, और अंग्रेजी | | तीन-भाषा फॉर्मूले का लक्ष्य | राष्ट्रीय एकीकरण को मजबूत करना, भाषाई विविधता का सम्मान करना | | वार्षिक कार्यक्रम | शाला प्रवेशोत्सव | | 2024 स्थल | बागिया गांव, जशपुर जिला | | राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 | शिक्षा प्रणाली में व्यापक सुधार, एनपीई 1986/92 को प्रतिस्थापित करना |

