छत्तीसगढ़ ने ISRO के साथ साझेदारी की
| पहलू | विवरण | |-----------------------------|----------------------------------------------------------------------------------------------| | आयोजन | छत्तीसगढ़ सरकार ने अंतरिक्ष-संचालित विकास के लिए इसरो के साथ साझेदारी की | | मुख्य फोकस क्षेत्र | शासन, कृषि, पर्यावरण प्रबंधन, आपदा प्रबंधन | | कृषि | परिशुद्ध कृषि, फसल निगरानी, जलवायु-अनुकूलन रणनीतियाँ | | मृदा स्वास्थ्य मूल्यांकन | सटीक मृदा डेटा के उपयोग से कृषि उत्पादकता बढ़ाना | | जल संसाधन मानचित्रण | नदियों और भूजल के सतत प्रबंधन के लिए सटीक जल उपलब्धता डेटा का उपयोग | | आपदा प्रबंधन | बाढ़, सूखा और जलवायु असामान्यताओं के लिए समय पर प्रतिक्रिया देने हेतु प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली | | स्मार्ट शासन | डेटा-संचालित निर्णय लेने से दक्षता और संसाधन प्रबंधन में सुधार | | पर्यावरण संरक्षण | वनों की कटाई और अवैध भूमि अतिक्रमण को रोकने के लिए वास्तविक समय उपग्रह निगरानी | | शहरी नियोजन | स्थानिक विश्लेषण के माध्यम से स्मार्ट सिटी विकास और परिवहन मॉडल | | इसरो का संक्षिप्त परिचय | भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, 15 अगस्त 1969 को स्थापित | | इसरो के उद्देश्य | राष्ट्रीय आवश्यकताओं के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का विकास और अनुप्रयोग | | इसरो की उपलब्धियाँ | उपग्रह प्रक्षेपण यान (PSLV, GSLV), संचार, प्रसारण और नेविगेशन के लिए उपग्रह सेवाएं |

