बिठूर महोत्सव 2025: ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत का उत्सव
| पहलू | विवरण | |---------------------------|---------------------------------------------------------------------------| | आयोजन | बिठूर महोत्सव 2025 | | स्थान | बिठूर, कानपुर, उत्तर प्रदेश | | तिथियाँ | 21 से 23 मार्च 2025 | | थीम | उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र की साझा संस्कृति एवं ऐतिहासिक धरोहर | | मुख्य आकर्षण | चित्रकला, नाटक, संगीत, नृत्य, सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ | | ऐतिहासिक महत्व | 1857 की क्रांति (प्रथम स्वतंत्रता संग्राम) में बिठूर की भूमिका | | प्रमुख व्यक्तित्व | नाना साहब, रामचंद्र पांडुरंग, तात्या टोपे | | कानपुर की घेराबंदी | 5 से 25 जून 1857, बिठूर किले के निकट | | ब्रिटिश कब्जा | 19 जुलाई 1857, जनरल हैवलॉक ने बिठूर पर अधिकार किया | | विनाश | बिठूर के किले, घाटों और मंदिरों को अंग्रेजों ने आग के हवाले कर दिया | | स्मारक | मैनावती मार्ग (नाना साहब की पुत्री के नाम पर कानपुर की एक सड़क) |

