BIMSTEC देशों से मुक्त व्यापार समझौते पर जल्दी करने का आग्रह
| पहलू | विवरण | |-------------------------------------|---------------------------------------------------------------------------------------------| | कार्यक्रम | बिम्सटेक बिजनेस समिट, भारत के विदेश मंत्रालय के साथ साझेदारी में कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) द्वारा आयोजित। | | वक्ता | केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री, श्री पीयूष गोयल। | | मुख्य बिंदु | | | प्राथमिकताओं को पुनः जांचें | बिम्सटेक सदस्य देशों को विलंबित मुक्त व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के लिए अपनी प्राथमिकताओं का पुनर्मूल्यांकन करने की आवश्यकता। | | व्यापार वार्ता समिति | अंतःक्षेत्रीय व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए एक प्राथमिक व्यापार समझौते से शुरुआत करने का सुझाव। | | वर्तमान व्यापार संबंध | बिम्सटेक देशों के बीच व्यापार अभी कम है; गहरे एकीकरण की आवश्यकता। | | व्यापार घाटा | व्यापार घाटा कम करने, व्यापार सुविधा, ई-कॉमर्स और डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर ध्यान। | | सीमा नियंत्रण | सीमा नियंत्रणों के कंप्यूटरीकरण और आयात-निर्यात प्रक्रियाओं की तेज स्पष्टता की आवश्यकता। | | आपूर्ति श्रृंखलाओं को मजबूत करना| टैरिफ और गैर-टैरिफ बाधाओं को हटाना, अंतरराष्ट्रीय मानदंडों को अपनाना, निर्बाध परिवहन कनेक्टिविटी। | | स्टार्टअप्स और उद्यमी | सात सदस्य देशों के स्टार्टअप्स और उद्यमियों के बीच अधिक एकीकरण। | | प्रौद्योगिकी और कृषि | खाद्य सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवा के लिए प्रौद्योगिकी को प्रोत्साहित करना और कृषि सहयोग को बढ़ावा देना। | | नीली अर्थव्यवस्था | समृद्ध नीली अर्थव्यवस्था पर जोर, आजीविका बढ़ाना, रोजगार सृजन और समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र का संरक्षण। | | क्षेत्रीय मूल्य श्रृंखलाएं | कृषि और खनिज उत्पादों में मूल्य जोड़कर एक विकसित क्षेत्र बनना। | | बिम्सटेक के सदस्य | बांग्लादेश, भारत, म्यांमार, श्रीलंका, थाईलैंड, भूटान और नेपाल। |

