आयुष्मान भारत योजना का विस्तार: एक सप्ताह में ही 2 लाख से अधिक बुजुर्ग हुए शामिल
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सभी बुज़ुर्गों को कवर करने वाली प्रमुख स्वास्थ्य बीमा योजना के विस्तारित संस्करण को शुरू करने के पहले सप्ताह के भीतर 70 वर्ष से अधिक आयु के 2.16 लाख से अधिक नए लाभार्थियों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) के तहत कार्ड प्राप्त हुए।
मुख्य बिन्दु:
- आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) का हाल ही में विस्तार किया गया है, ताकि आय की परवाह किए बिना 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों को कवर किया जा सके। इसके शुरू होने के पहले सप्ताह में, 2.16 लाख से अधिक बुज़ुर्ग लाभार्थियों को इस नए प्रावधान के तहत कार्ड मिले, जिसमें सालाना 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा दिया गया।
रोलआउट से मुख्य डेटा पॉइंट:
- नए लाभार्थी: पहले सप्ताह में 70 वर्ष से अधिक आयु के 2.16 लाख से अधिक बुज़ुर्गों को कार्ड मिले।
- पुनः पंजीकरण: 32,000 बुज़ुर्ग व्यक्ति, जो पहले आय मानदंड के तहत नामांकित थे, ने विस्तारित कवर का लाभ उठाने के लिए पुनः पंजीकरण कराया।
राज्यवार लाभार्थी वितरण
शीर्ष राज्य:
- केरल: नए लाभार्थियों की सबसे अधिक संख्या, लगभग 89,800 कार्ड जारी किए गए।
- मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश: क्रमशः 53,000 और 47,000 नए कार्ड के साथ दूसरे स्थान पर हैं।
- धीमी गति से पंजीकरण: तमिलनाडु, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश जैसे पारंपरिक रूप से उच्च उपयोग वाले राज्यों में धीमी पंजीकरण दर देखी गई।
योजना से बाहर रहने वाले राज्य और आंशिक रूप से शुरू करना:
- बाहर रहने वाले राज्य: दिल्ली और पश्चिम बंगाल ने विस्तारित योजना में भाग नहीं लेने का फैसला किया।
- आंशिक कार्यान्वयन:
- पंजाब: पहले सप्ताह में 5,697 नए कार्ड जारी किए गए।
- झारखंड और महाराष्ट्र: आगामी चुनावों और प्रशासनिक तैयारियों के कारण देरी का सामना करना पड़ रहा है।
विस्तारित कवरेज विवरण:
- योजना का दायरा: 6 करोड़ बुजुर्ग सदस्यों वाले लगभग 4.5 करोड़ परिवारों को लाभ पहुँचाने का लक्ष्य।
- कवरेज विशेषताएँ: बुजुर्ग सदस्य वाले प्रत्येक परिवार को 5 लाख रुपये का वार्षिक स्वास्थ्य कवर मिलता है, जिसे परिवार के सदस्यों के बीच साझा किया जाता है।
- मौजूदा लाभार्थियों के लिए टॉप-अप: पहले से ही कवर किए गए परिवारों के बुजुर्ग सदस्यों को अतिरिक्त 5 लाख रुपये मिलते हैं, जिसके लिए उन्हें फिर से पंजीकरण कराना पड़ता है।
कुछ राज्यों में कार्यान्वयन की चुनौतियाँ:
- यूपी और फंडिंग की ज़रूरतें: उपचुनाव वाले जिलों में पूर्ण रोलआउट लंबित होने के बावजूद उच्च पंजीकरण। प्रारंभिक निधियाँ मौजूदा संसाधनों से तब तक आएंगी जब तक कि पूरक बजट स्वीकृत नहीं हो जाता।
- हिमाचल प्रदेश: परीक्षण पंजीकरण किए गए, बजट अनुमोदन और व्यापक रोलआउट की प्रतीक्षा है।
- जम्मू और कश्मीर: पहले से ही सार्वभौमिक कवरेज है; टॉप-अप विकल्प से न्यूनतम अतिरिक्त वित्तीय प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।
प्रीलिम्स टेकअवे
- आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY)
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण

