Banner
WorkflowNavbar

गुजरात में एशियाई शेरों की आबादी में 32% की वृद्धि

गुजरात में एशियाई शेरों की आबादी में 32% की वृद्धि
Contact Counsellor

गुजरात में एशियाई शेरों की आबादी में 32% की वृद्धि

| मुख्य पहलू | विवरण | |-----------------------------------|-----------------------------------------------------------------------------------------------------------------| | घटना | एशियाई शेर की आबादी में 32% की वृद्धि (2020-2025) | | जनगणना जारी करने की तिथि | 21 मई, 2025 | | कुल शेर आबादी (2025) | 891 शेर | | पिछली आबादी (2020) | 674 शेर | | वयस्क मादाएं (2025) | 330 (27% की वृद्धि) | | क्षेत्रीय विस्तार | 35,000 वर्ग किमी (2020 में 30,000 वर्ग किमी से 16.67% की वृद्धि) | | संरक्षित क्षेत्रों के बाहर शेर | 50% से अधिक (सौराष्ट्र के 11 जिले) | | उपग्रह आबादी | 9 क्षेत्रों में 497 शेर (जैसे कि बरदा वन्यजीव अभयारण्य, जेतपुर, बबरा-जसदन, मित्याला अभयारण्य) | | नया गलियारा क्षेत्र | 22 शेर दर्ज किए गए | | चुनौतियाँ | मानव-वन्यजीव संघर्ष, पशुधन हमलों में सालाना 10% की वृद्धि | | मारे गए पशुधन | प्रति गांव 15% की वार्षिक वृद्धि | | स्थानीय सहिष्णुता | 61% स्थानीय लोग सहिष्णु बने हुए हैं | | संरक्षण पहल | प्रोजेक्ट लायन, मार्च 2025 में ₹2,900 करोड़ के परिव्यय के साथ अनुमोदित | | प्राथमिक आवास | गिर राष्ट्रीय उद्यान और आसपास के क्षेत्र |

Categories