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भारतीय शिक्षाविद् अरुण कपूर को भूटान के राजा द्वारा 'दाशो' उपाधि से सम्मानित

भारतीय शिक्षाविद् अरुण कपूर को भूटान के राजा द्वारा 'दाशो' उपाधि से सम्मानित
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भारतीय शिक्षाविद् अरुण कपूर को भूटान के राजा द्वारा 'दाशो' उपाधि से सम्मानित

| खबरों में क्यों? | मुख्य बिंदु | | --- | --- | | भूटान द्वारा अरुण कपूर को लाल स्कार्फ और दशो की उपाधि से सम्मानित किया गया | - अरुण कपूर, एक भारतीय शिक्षाविद, को भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल द्वारा लाल स्कार्फ और दशो की उपाधि से सम्मानित किया गया। - यह सम्मान थिम्पू में 117वें भूटानी राष्ट्रीय दिवस समारोह के दौरान प्रदान किया गया। - दशो की उपाधि आमतौर पर भूटान के वरिष्ठ अधिकारियों के लिए आरक्षित होती है और गैर-निवासियों को दुर्लभ रूप से प्रदान की जाती है। | | भूटान के शैक्षिक योगदान | - कपूर ने भूटान की शैक्षिक प्रणाली में महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिसमें The Royal Academy स्कूल की स्थापना और Bhutan Baccalaureate का विकास शामिल है। | | पूर्व में मान्यता | - 2019 में, कपूर को उनके शैक्षिक योगदान के लिए द्रुक थुकसे से सम्मानित किया गया था। | | भूटान के राजा | - राजा जिग्मे खेसर नामग्याल ने अरुण कपूर को यह सम्मान प्रदान किया। | | समारोह का स्थान | - 117वां भूटानी राष्ट्रीय दिवस थिम्पू के चांगलिमिथंग स्टेडियम में मनाया गया। | | पुरस्कार विजेता की राष्ट्रीयता | - अरुण कपूर एक भारतीय शिक्षाविद हैं। |

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