अमरावती: नवीकरणीय ऊर्जा से चलने वाला पहला शहर
| मुख्य पहलू | जानकारी | |----------------------------------|---------------------------------------------------------------------------| | शहर | अमरावती, आंध्र प्रदेश | | उद्देश्य | दुनिया का पहला शहर बनना जो पूरी तरह से नवीकरणीय ऊर्जा से संचालित हो| | परियोजना के दूरदर्शी | मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू | | भौगोलिक स्थिति | विजयवाड़ा और गुंटूर के बीच, कृष्णा नदी के किनारे | | परियोजना क्षेत्र | 217 वर्ग किमी (शहर), 8,352 वर्ग किमी (आंध्र प्रदेश राजधानी क्षेत्र) | | परियोजना लागत | ₹65,000 करोड़ | | ऊर्जा लक्ष्य | 2050 तक सौर, पवन और जलविद्युत से 2,700 मेगावाट | | वर्तमान सौर कार्यान्वयन | आंगनवाड़ी, ई-स्वास्थ्य केंद्रों, स्कूलों और एक अंतिम संस्कार सुविधा में 415 किलोवाट रूफटॉप सोलर लगाया गया है | | ग्रीन बिल्डिंग मानदंड | सभी प्रमुख परियोजनाओं के लिए अनिवार्य ग्रीन बिल्डिंग मानक | | सार्वजनिक परिवहन | नवीकरणीय ऊर्जा द्वारा संचालित अमरावती मेट्रो और इलेक्ट्रिक बसें | | ईवी इंफ्रास्ट्रक्चर | व्यापक इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर | | कूलिंग सिस्टम | 20,000 आरटी क्षमता वाला डिस्ट्रिक्ट कूलिंग सिस्टम | | कूलिंग पार्टनर | टैब्रीड (2019 में हस्ताक्षरित सार्वजनिक-निजी भागीदारी) | | कूलिंग के फायदे | कूलिंग ऊर्जा की मांग को 50% तक कम करता है और कार्बन उत्सर्जन को कम करता है | | वैश्विक महत्व | सतत, जलवायु-जागरूक शहरी विकास के लिए एक वैश्विक बेंचमार्क स्थापित करता है |

