एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी वायुसेना के उप प्रमुख बने
| मुख्य पहलू | विवरण | |-------------------------------|---------------------------------------------------------------------------| | घटना | एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के वायुसेना उप-प्रमुख नियुक्त | | नियुक्ति तिथि | 02 मई 2025 | | पद | वायुसेना उप-प्रमुख, भारतीय वायुसेना (आईएएफ) | | पुरस्कार | पीवीएसएम (2025), एवीएसएम (2022), वीएम (2008) | | उड़ान अनुभव | विभिन्न विमानों पर 3600 घंटे से अधिक का उड़ान अनुभव | | शिक्षा | आरआईएमसी, देहरादून और एनडीए, खडकवासला के पूर्व छात्र; राष्ट्रपति स्वर्ण पदक (एनडीए, 1985) | | कमीशनिंग | 07 जून 1986 को आईएएफ में एक फाइटर पायलट के रूप में | | व्यावसायिक प्रशिक्षण | एयर कमांड एंड स्टाफ कॉलेज, यूएसए के स्नातक; आईएएफ टेस्ट पायलट्स स्कूल और डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन में डायरेक्टिंग स्टाफ | | मुख्य भूमिकाएँ | - कारगिल युद्ध (1999): 'लाइटनिंग' लेजर डेज़िग्नेशन पॉड का क्रियान्वयन <br> - एलसीए तेजस उड़ान परीक्षण: अंतिम परिचालन मंजूरी (2006-09, 2018-19) प्राप्त करने में सहायक <br> - एयर अटैचे, पेरिस (2013-2016): अंतर्राष्ट्रीय सैन्य संबंधों को मजबूत किया <br> - पिछली भूमिका: एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, दक्षिण पश्चिमी वायु कमान | | महत्व | स्वदेशी विमान परीक्षण, परिचालन नेतृत्व और अंतर्राष्ट्रीय असाइनमेंट में विशेषज्ञता, जो आईएएफ के आधुनिकीकरण और युद्ध तत्परता को बढ़ावा देती है |

