अमरावती में एयर इंडिया का नया फ्लाइट ट्रेनिंग स्कूल
| पहलू | विवरण | |-----------------------------|----------------------------------------------------------------------------------------------| | पहल | एयर इंडिया महाराष्ट्र के अमरावती में दक्षिण एशिया के सबसे बड़े फ्लाइट ट्रेनिंग स्कूल की स्थापना कर रही है। | | निवेश | ₹200 करोड़ से अधिक। | | शुरुआत तिथि | अगले वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही। | | उद्देश्य | एयर इंडिया के विस्तार योजनाओं के लिए पायलटों की मांग को पूरा करना। | | पायलट आवश्यकता | 2023 में 470 एयरबस और बोइंग विमानों के ऑर्डर के बाद 500-700 पायलट प्रति वर्ष। | | साझेदारी | महाराष्ट्र एयरपोर्ट डेवलपमेंट कंपनी (MADC) के साथ सहयोग। | | स्थान | अमरावती में 10 एकड़ का प्लॉट तीस साल के लिए लीज पर। | | बुनियादी ढांचा | 31 सिंगल-इंजन पाइपर विमान, 3 ट्विन-इंजन डायमंड विमान, और 1,850 मीटर की रनवे। | | क्षमता | प्रति वर्ष 180 वाणिज्यिक पायलटों को प्रशिक्षण। | | दृश्यता | अमरावती में 300 दिनों से अधिक समय तक साफ दृश्यता। | | नेतृत्व कथन | एयर इंडिया के एमडी और सीईओ कैंपबेल विल्सन ने भारतीय विमानन में आत्मनिर्भरता में स्कूल की भूमिका पर जोर दिया। | | वर्तमान परिदृश्य | भारत में 34 स्वीकृत प्रशिक्षण स्कूल हैं, लेकिन 40% पायलट विदेशों में प्रशिक्षण लेते हैं। | | बेड़ा और भर्ती | एयर इंडिया के पास लगभग 140 विमानों का बेड़ा है और पिछले दो साल में 1,000 से अधिक पायलटों को नियुक्त किया गया है। |

