अडानी समूह का विजिनजम बंदरगाह: भारत का पहला ट्रांसशिपमेंट हब
| पहलू | विस्तार | |--------------------------|--------------------------------------------------------------------------------------------------| | घटना | केरल में अडानी समूह का विज़िनजम बंदरगाह भारत का पहला ट्रांसशिपमेंट बंदरगाह के रूप में मंजूरी प्राप्त। | | मंजूरी प्राधिकरण | पोर्ट, शिपिंग और जलमार्ग मंत्रालय। | | महत्व | बड़े जहाजों से छोटे जहाजों में माल का स्थानांतरण करके भारत के विनिर्माण हब के लक्ष्य को समर्थन। | | वर्तमान बाजार | प्रमुख ट्रांसशिपमेंट विदेशी बंदरगाहों (जैसे कोलंबो, सिंगापुर) द्वारा संचालित। | | परियोजना प्रारंभकर्ता| एडानी पोर्ट्स और स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड (APSEZ)। | | परियोजना शुरू वर्ष | 2015। | | नियोजित पूरा होने की तारीख | 2019 (अब चालू वित्तीय वर्ष में पूरा होने की उम्मीद)। | | प्रमुख प्रतिस्पर्धी | कोलंबो, श्रीलंका और अन्य विदेशी बंदरगाह। | | बंदरगाह बुनियादी ढांचा | उन्नत स्वचालन, मेगामैक्स कंटेनरशिप को संभालने के लिए डिज़ाइन। | | प्रारंभिक क्षमता | 1 मिलियन टीईयू (ट्वेंटी-फुट इक्विवेलेंट यूनिट)। | | भविष्य का विस्तार | बाद के चरणों में 6.2 मिलियन टीईयू तक। | | वित्तीय प्रदर्शन | APSEZ Q4 FY2024 के परिणाम 2 मई को घोषित करेगा। |

